Wednesday, July 6, 2011

घर में यदि ऐसा हो तो महिलाएं अक्सर रहती हैं बीमार

जैसे-जैसे सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है उसी तरह बीमारियों में भी बढ़ोतरी हो रही है। आज की लड़कियां या महिलाएं पुराने समय की महिलाओं की तुलना में अधिक अस्वस्थ रहती हैं। सही खान-पान और असंयमित दिनचर्या के चलते आज की महिलाएं अधिक बीमार रहती हैं। इन कारणों के अतिरिक्त वास्तु दोषों की वजह से भी स्त्रियों को इस प्रकार की कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

वास्तु के अनुसार जिस घर का आगे का भाग टूटा हुआ हो या घर के सामने गंदगी रहती है तो उस की महिलाओं को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां रहती हैं। घर के अंदर की दीवारों में दरार, टूट-फूट या अन्य कोई खराबी हो तो वहां भी इसी प्रकार की समस्याएं रहती हैं। इसके अलावा घर में फैली गंदगी, धूल या मकड़ी के जाले भी इसी तरह के वास्तु दोष पैदा करते हैं। इनसे बचने के लिए घर को पूरी तरह साफ-स्वच्छ बनाए रखना जरूरी है। अन्यथा वहां रहने वाली स्त्रियों को बीमारियों के अतिरिक्त अशांति और मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है।

कोर्ट केस में सफलता दिलाता है यह हनुमान मंत्र

मंत्रों में अद्भुत शक्तियां होती है। यह बात हम सभी जानते हैं। ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका समाधान मंत्र के माध्यम से संभव नहीं। समस्या कैसी भी हो यदि मंत्रों का विधि-विधान से जप किया जाए तो हर परेशानी का हल संभव है यदि आपका कोई कोर्ट केस चल रहा है और आप कोर्ट के चक्कर लगा-लगा कर थक चुके हैं तो नीचे लिखे मंत्र का विधि-विधान से जप करने से न सिर्फ आपके केस का निराकरण जल्दी होगा बल्कि फैसला भी आपके पक्ष में आएगा।

मंत्र

ऊँ पवन तनय बल पवन समाना।

बुद्धि विवेक बिग्यान निधाना।।

जप विधि

- सुबह जल्दी उठकर नहाकर साफ वस्त्र पहन कर भगवान हनुमान की पूजा करें। उन्हें सिंदूर चढ़ाएं।
- कुश के आसन पर बैठकर रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र की 5 माला जप करें। इसके बाद प्रतिदिन 1 माला जप करें।
- समय, आसन व माला एक होने से सफलता शीघ्र ही मिलती है।
- इस मंत्र के प्रभाव से आपकी समस्या का निराकरण कुछ ही समय में हो जाएगा।

परिवार में प्यार बढ़ाने के अचूक उपाय

परिवार में प्यार बढ़ाने के अचूक उपाय

वर्तमान समय में जब लोग पारिवारिक सुख को भुलते जा रहे हैं आए दिन परिवार में क्लेश होता है। यह विवाद परिवार के किसी भी सदस्यों के बीच में हो सकता है। सास-बहू के बीच, पति-पत्नी के, भाई-भाई के बीच आदि। जब परिवार में रोज विवाद की स्थिति बनती है तो इंसान दूसरों काम भी ठीक से नहीं कर पाता। परिवार में प्रेम व सामंजस्य बढ़ाने के कुछ साधारण उपाय नीचे दिए गए हैं। इन्हें करने से परिवार के सदस्यों में प्रेम बढ़ता है।

उपाय

- किसी महिला का उसकी सास के साथ झगड़ा होता रहता हो तो वह स्त्री पूर्णिमा की रात में खीर बनाकर चंद्रमा की किरणों में रखे और फिर वह खीर अपनी सास को खिला दे। सास-बहू में बनने लगेगी।

- गृह क्लेश दूर करने के लिए गेहूं सदैव शनिवार को पीसवाएं तथा उसमें थोड़े चने अवश्य डालें।

- यदि किसी महिला का ससुर उससे नाराज रहता हो तो वह महिला प्रतिदिन जल में गुड़ मिलाकर सूर्यदेव को अध्र्य दे तो उसकी यह समस्या दूर हो जाती है।

- यदि किसी महिला का पति अधिक क्रोध करता हो तो उसे नीचे लिखे मंत्र का जप करना चाहिए। इससे पति का क्रोध शांत हो जाता है।

मंत्र- शान्तम् पापम्।

- जब भी घर में कोई मिठाई या अन्य कोई खाद्य पदार्थ आए तो सबसे पहले भगवान को उसका भोग लगाएं। इससे परिवार में प्रेम बढ़ता है।

- परिवार में सुख-शांति बनी रहे इसके लिए विवाहिता स्त्री को प्रतिदिन दुर्गा चालीसा का पाठ करना चाहिए।

गुप्त नवरात्रिः इन उपायों से हर मनोकामना होगी पूरी

हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा (इस बार 2 जुलाई, शनिवार) से गुप्त नवरात्रि प्रारंभ हो रही है, जिसका समापन आषाढ़ शुक्ल दशमी (10 जुलाई, रविवार) को होगा। धर्म ग्रंथों के अनुसार गुप्त नवरात्रि में प्रमुख रूप से भगवान शंकर व देवी शक्ति की आराधना की जाती है। इनकी आराधना करने से गुप्त सिद्धियां प्राप्त होती हैं। इन दिनों किए जाने वाले उपाय भी बहुत प्रभावशाली होते हैं, जिनके माध्यम से कोई भी मनोकामना पूर्ति कर सकता है। गुप्त नवरात्रि में किए जाने वाले कुछ  उपाय इस प्रकार हैं-

1- यदि लड़की के विवाह में बाधा आ रही है तो गुप्त नवरात्रि में पडऩे वाले गुरुवार (इस बार 7 जुलाई) के दिन केले की जड़ थोड़ी काटकर ले आएँ और इसे पीले कपड़े में बांधकर लड़की के गले में बांध दें। शीघ्र ही विवाह हो जाएगा।

2- यदि आपके बच्चे को अक्सर नजर लगती है तो नवरात्रि में हनुमानजी के मंदिर में जाकर हनुमानचालीसा का पाठ करें और दाहिने पैर का सिंदूर बच्चे के मस्तक पर लगाएं। बच्चे को नजर नहीं लगेगी।

3- यदि नौकरी नहीं मिल रही है तो भैरवजी के मंदिर जाकर प्रार्थना करें व नैवेद्य चढ़ाएं। इससे नौकरी से संबंधित आपकी सभी समस्याएं हल हो जाएंगी।

4- शत्रुओं की संख्या बढ़ गई है और उनसे भय लगने लगा है तो नवरात्रि में प्रतिदिन भगवान नृसिंह के मंदिर में जाकर उनका दर्शन करें व पूजन करें।

5- धन प्राप्ति के लिए लक्ष्मी-नारायण के मंदिर में जाकर खीर व मिश्री का प्रसाद चढ़ाएं व शुक्रवार के दिन 9 वर्ष तक की कन्याओं को उनकी पसंद का भोजन कराएं। हो सके तो उन्हें कुछ उपहार भी दें।

6- पीपल के पत्ते पर राम लिखकर तथा कुछ मीठा रखकर हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। इससे भी धन लाभ होने लगेगा।

7- भगवान शंकर आरोग्य के देवता है। नवरात्रि में उन्हें प्रतिदिन सुबह एक लोटा जल चढ़ाएं और रोग निवारण के लिए प्रार्थना करें। शीघ्र ही आपके स्वास्थ्य में लाभ होगा।

इस मंत्र से जानें कब आएगी मौत!!


हिंदू धर्म में मंत्रों की अद्भुत महिमा बताई गई है। निश्चित क्रम में संगृहीत विशेष वर्ण जिनका विशेष प्रकार से उच्चारण करने पर एक निश्चित अर्थ निकलता है, मंत्र कहलाते हैं। मंत्र जप से उत्पन्न शब्द शक्ति संकल्प बल तथा श्रद्धा बल से और अधिक शक्तिशाली होकर अंतरिक्ष में व्याप्त ईश्वरीय चेतना के संपर्क में आती है जिसके फलस्वरूप मंत्र का चमत्कारिक प्रभाव साधक को सिद्धियों के रूप में मिलता है। मंत्र शास्त्र में कुछ ऐसे मंत्रों का भी वर्णन है जिनका जप करने से व्यक्ति यह जान सकता है कि उसके जीवन के कितने दिन शेष हैं।

मंत्र

ऊँ ऋतं सत्यं परब्रह्म पुरुषं कृष्णपिंगलम्।

उध्र्वलिंगं विरूपाक्षं विश्वरूपाय नमो नम:।।

जप विधि

इस मंत्र की 108 माला सूर्य या चंद्र ग्रहण के दौरान करें। इसके बाद तीन दिन तक सोत समय तीन माला जप करें। जब इस मंत्र का ऋतं शब्द मुख से न निकले तो समझें छ: मास की आयु शेष है। जब सत्यं न निकले तो पांच मास, परब्रह्म न निकले तो चार मास, पुरुषं न निकले तो तीन मास, कृष्णपिंगलम् न निकले तो दो मास व उध्र्वलिंगं न निकल तो जातक की एक मास की आयु शेष रह जाती है।

इसके बाद विरूपाक्षम् शब्द न निकले तो पंद्रह दिन, विश्वरूपाय न निकले तो तीन दिन और नमोनम: शब्द का मुख से निकलना बंद हो जाए तो प्राणी की एक दिन के भीतर ही मृत्यु हो जाती है।

गुप्त नवरात्रि: सुखी दाम्पत्य जीवन के अचूक उपाय

पति-पत्नी एक गाड़ी के दो पहिए होते हैं। यानी एक-दूसरे के बिना वे अधूरे हैं। इसके बाद भी पति-पत्नी में विवाद होते रहते हैं। कई बार विवाद काफी बड़ भी जाते हैं। आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि (2 से 9 जुलाई तक) में कुछ साधारण उपाय करने से दाम्पत्य जीवन में आ रही परेशानियों को दूर किया जा सकता है। ये उपाय इस प्रकार हैं-

उपाय

1- यदि जीवनसाथी से अनबन होती रहती है तो गुप्त नवरात्रि में नीचे लिखे मंत्र को पढ़ते हुए 108 बार अग्नि में घी से आहुतियां दें। इससे यह मंत्र सिद्ध हो जाएगा। अब नित्य सुबह उठकर पूजा के समय इस मंत्र को 21 बार पढ़ें। यदि संभव हो तो अपने जीवनसाथी से भी इस मंत्र का जप करने के लिए कहें-

सब नर करहिं परस्पर प्रीति।

चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति।।

2- नवरात्रि में रोज शाम को भगवान लक्ष्मीनारायण के मंदिर में दर्शन के लिए जाएँ और वहां उन्हें बेसन के लड्डुओं को प्रसाद चढ़ाएं। इससे शीघ्र ही आप दोनों के मध्य वैचारिक सामंजस्य अच्छा रहने लगेगा।

3- रोज सुबह-शाम यदि घर में शंख बजाया जाए जाए अथवा गायत्री मंत्र का जप करें गृहक्लेश समाप्त हो जाता है।

4- कुंडली में स्थित राहु के कारण यदि दाम्पत्य जीवन में मतभेद हो रहे हो तो  मां सरस्वती की पूजा करें। उन्हें नीले रंग का पुष्प अर्पित करें और सरस्वती चालीसा का पाठ करें।

5- यदि परिजनों के मध्य अशांति हो रही हो तो नवरात्रि में प्रतिदिन इस मंत्र को स्फटिक की माला से भगवान राम और माता सीता के सम्मुख 324(तीन माला) बार जपें। इसके बाद अंतिम नवरात्र को इस मंत्र का उच्चारण करते हुए 11 बार घी से अग्नि में आहुति प्रदान करें। भगवान को खीर का भोग लगाएं

मंत्र- जब ते राम ब्याहि घर आए।

नित नव मंगल मोद बधाए।।