जैसे-जैसे सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी हो रही है उसी तरह बीमारियों में भी बढ़ोतरी हो रही है। आज की लड़कियां या महिलाएं पुराने समय की महिलाओं की तुलना में अधिक अस्वस्थ रहती हैं। सही खान-पान और असंयमित दिनचर्या के चलते आज की महिलाएं अधिक बीमार रहती हैं। इन कारणों के अतिरिक्त वास्तु दोषों की वजह से भी स्त्रियों को इस प्रकार की कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
वास्तु के अनुसार जिस घर का आगे का भाग टूटा हुआ हो या घर के सामने गंदगी रहती है तो उस की महिलाओं को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां रहती हैं। घर के अंदर की दीवारों में दरार, टूट-फूट या अन्य कोई खराबी हो तो वहां भी इसी प्रकार की समस्याएं रहती हैं। इसके अलावा घर में फैली गंदगी, धूल या मकड़ी के जाले भी इसी तरह के वास्तु दोष पैदा करते हैं। इनसे बचने के लिए घर को पूरी तरह साफ-स्वच्छ बनाए रखना जरूरी है। अन्यथा वहां रहने वाली स्त्रियों को बीमारियों के अतिरिक्त अशांति और मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है।
वास्तु के अनुसार जिस घर का आगे का भाग टूटा हुआ हो या घर के सामने गंदगी रहती है तो उस की महिलाओं को कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां रहती हैं। घर के अंदर की दीवारों में दरार, टूट-फूट या अन्य कोई खराबी हो तो वहां भी इसी प्रकार की समस्याएं रहती हैं। इसके अलावा घर में फैली गंदगी, धूल या मकड़ी के जाले भी इसी तरह के वास्तु दोष पैदा करते हैं। इनसे बचने के लिए घर को पूरी तरह साफ-स्वच्छ बनाए रखना जरूरी है। अन्यथा वहां रहने वाली स्त्रियों को बीमारियों के अतिरिक्त अशांति और मानसिक तनाव झेलना पड़ सकता है।
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