हर व्यक्ति की अपनी कुछ इच्छाएं रहती हैं जिसे वह पूरा करना चाहता है। उसकी यह इच्छाएं कभी पूरी होती है तो कभी नहीं भी होती। अपनी मनोकामनाएं पूरी करने के लिए वह अनेक प्रयास करता है। इसके लिए वह जन्मपत्रिका, हस्तरेखा, प्रश्नकुंडली, शकुन आदि का सहारा भी लेता है। मनोकामना पूर्ति के बारे में जानने की एक और सरल विधि है श्री हनुमान ज्योतिष यंत्र। इस यंत्र के माध्यम से व्यक्ति कोअपने प्रश्नों का उत्तर तुरंत मिल जाता है जैसे- दाम्पत्य सुख, विवाह में देरी, धन प्राप्ति, प्रेम में सफलता-असफलता आदि।
विधि
यह श्रीहनुमान ज्योतिष यंत्र है, जिसमें सात खाने (कॉलम) हैं। व्यक्ति सबसे पहले पांच बार ऊँ रां रामाय नम: मंत्र का तथा बाद में 11 बार ऊँ हनुमते नम: मंत्र का जप करे। इसके बाद आंख बंद करके अपनी मनोकामना के बारे में पूछते हुए इस यंत्र पर कर्सर घुमाएं। जिस खाने में यह कर्सर रूक जाए उसका फलादेश देखकर ही कार्य करें।
दाम्पत्य सुख
1- दाम्पत्य प्रेम में वृद्धि होगी।
2- प्रेम होगा किंतु विवाह के पश्चात।
3- जीवनसाथी के आने से भाग्योदय होगा और प्रेम भी बढ़ेगा।
4- परायों के कारण परेशानी होगी।
5- वाणी में मधुरता रखें, अन्यथा मतभेद और बढ़ेंगे। ऊँ नम: शिवाय का जप करें।
6- पैसों को लेकर तनाव और कलह रहेगी।
7- दाम्पत्य में खुशियां मिलेंगी।
1- रोग का उपाय करें, लाभ मिलेगा।
2- भक्ति में ही शक्ति है, इष्टदेव की भक्ति एवं उपासना करें। रोग से मुक्ति मिलेगी।
3- रोग गंभीर है, भारी परेशानी रहेगी।
4- अभी स्वस्थ होने में कम से कम छ: माह लगेंगे।
5- उपचार में परिवर्तन करें, शीघ्र लाभ मिलेगा।
6- दूसरे स्थान पर जाएं, जलवायु बदलने से लाभ मिलेगा।
7- प्रारब्ध का फल है। मुक्ति मिलना कठिन है।
1- दक्षिण दिशा में विवाह का योग है लेकिन अभी देरी है।
2- शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूरी होगी।
3- विवाह में बाधाएं आएंगी।
4- शिव-गौरी का पूजन करें तथा मंगलस्त्रोत का पाठ करें।
5- दो वर्ष के बाद विवाह का योग है।
6- अभी विवाह में अड़चने हैं।
7- शीघ्र ही विवाह होगा।
2- अपनों की सलाह से चलें, मनमानी और जिद छोड़ें।
3- भाग्य अभी साथ नहीं है। थोड़े समय बाद अनुकूल होगा।
4- बुजुर्गों का आदर करें तथा दानपुण्य करें, लाभ मिलेगा।
5- पत्नी की सहायता से बुरा समय जल्दी ही कट जाएगा।
6- दो साल तक और अच्छे समय का इतंजार करना पड़ेगा।
7- शीघ्र ही आपका समय अच्छा आने वाला है।
विधि
यह श्रीहनुमान ज्योतिष यंत्र है, जिसमें सात खाने (कॉलम) हैं। व्यक्ति सबसे पहले पांच बार ऊँ रां रामाय नम: मंत्र का तथा बाद में 11 बार ऊँ हनुमते नम: मंत्र का जप करे। इसके बाद आंख बंद करके अपनी मनोकामना के बारे में पूछते हुए इस यंत्र पर कर्सर घुमाएं। जिस खाने में यह कर्सर रूक जाए उसका फलादेश देखकर ही कार्य करें।
दाम्पत्य सुख
1- दाम्पत्य प्रेम में वृद्धि होगी।
2- प्रेम होगा किंतु विवाह के पश्चात।
3- जीवनसाथी के आने से भाग्योदय होगा और प्रेम भी बढ़ेगा।
4- परायों के कारण परेशानी होगी।
5- वाणी में मधुरता रखें, अन्यथा मतभेद और बढ़ेंगे। ऊँ नम: शिवाय का जप करें।
6- पैसों को लेकर तनाव और कलह रहेगी।
7- दाम्पत्य में खुशियां मिलेंगी।
रोग कब समाप्त होगा
कभी-कभी रोग इंसान को इतना परेशान कर देते हैं कि वह अपने आप को असहाय समझने लगता है। यदि आप भी किसी रोग से पीडि़त हैं और यह जानना चाहते हैं कि इस रोग से आपको कब मुक्ति मिलेगी तो श्रीहनुमान ज्योतिष यंत्र से आप इस प्रश्न का उत्तर पा सकते हैं।1- रोग का उपाय करें, लाभ मिलेगा।
2- भक्ति में ही शक्ति है, इष्टदेव की भक्ति एवं उपासना करें। रोग से मुक्ति मिलेगी।
3- रोग गंभीर है, भारी परेशानी रहेगी।
4- अभी स्वस्थ होने में कम से कम छ: माह लगेंगे।
5- उपचार में परिवर्तन करें, शीघ्र लाभ मिलेगा।
6- दूसरे स्थान पर जाएं, जलवायु बदलने से लाभ मिलेगा।
7- प्रारब्ध का फल है। मुक्ति मिलना कठिन है।
विवाह संबंधी परेशानी कब समाप्त होगी
1- दक्षिण दिशा में विवाह का योग है लेकिन अभी देरी है।
2- शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूरी होगी।
3- विवाह में बाधाएं आएंगी।
4- शिव-गौरी का पूजन करें तथा मंगलस्त्रोत का पाठ करें।
5- दो वर्ष के बाद विवाह का योग है।
6- अभी विवाह में अड़चने हैं।
7- शीघ्र ही विवाह होगा।
बुरा समय कब समाप्त होगा
1- आलस्य छोड़ें, काम करें। छ: माह में सफलता मिलने लगेगी।2- अपनों की सलाह से चलें, मनमानी और जिद छोड़ें।
3- भाग्य अभी साथ नहीं है। थोड़े समय बाद अनुकूल होगा।
4- बुजुर्गों का आदर करें तथा दानपुण्य करें, लाभ मिलेगा।
5- पत्नी की सहायता से बुरा समय जल्दी ही कट जाएगा।
6- दो साल तक और अच्छे समय का इतंजार करना पड़ेगा।
7- शीघ्र ही आपका समय अच्छा आने वाला है।