वर्तमान समय में वाहन खरीदने से लेकर घर खरीदने तक के लिए लोन आसानी से मिल जाता है। कुछ लोग बिना समझे ही लोन के चक्कर मे फंस जाते हैं और जब लोन चुकाने का समय आता है तो वह अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो जाने-अनजाने में ही कर्ज की दलदल में फंस जाते हैं और जब उसमें धंसने लगते हैं तो उन्हें अपने किए पर पछतावा होता है। यदि आप भी लोन या कर्ज से परेशान है तो नीचे लिखे मंत्र का विधि-विधान से जप करें।
ऋणहर्ता गणेश मंत्र
ऊँ श्री गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नम: फट्
जप विधि
- सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करके भगवान गणेश का पूजन करें। उन्हें दुर्वा चढ़ाएं, धूप, दीप व नैवेद्य अर्पण करें।
- इसके बाद एकांत स्थान पर बैठकर पूर्व दिशा में मुखकर कुश के आसन पर बैठ जाएं।
- रुद्राक्ष अथवा पन्ना की माला से इस मंत्र का कम से कम 5 माला जप करें।
- एक ही समय, स्थान, आसन व माला हो तो ठीक रहता है।
कुछ ही दिनों में आपकी कर्ज संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी और आपका जीवन फिर पहले जैसा सुखमय हो जाएगा।
ऋणहर्ता गणेश मंत्र
ऊँ श्री गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नम: फट्
जप विधि
- सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करके भगवान गणेश का पूजन करें। उन्हें दुर्वा चढ़ाएं, धूप, दीप व नैवेद्य अर्पण करें।
- इसके बाद एकांत स्थान पर बैठकर पूर्व दिशा में मुखकर कुश के आसन पर बैठ जाएं।
- रुद्राक्ष अथवा पन्ना की माला से इस मंत्र का कम से कम 5 माला जप करें।
- एक ही समय, स्थान, आसन व माला हो तो ठीक रहता है।
कुछ ही दिनों में आपकी कर्ज संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी और आपका जीवन फिर पहले जैसा सुखमय हो जाएगा।