Friday, June 10, 2011

कर्ज से छुटकारा पाना है तो यह करें

वर्तमान समय में वाहन खरीदने से लेकर घर खरीदने तक के लिए लोन आसानी से मिल जाता है। कुछ लोग बिना समझे ही लोन के चक्कर मे फंस जाते हैं और जब लोन चुकाने का समय आता है तो वह अपने आप को ठगा सा महसूस करते हैं। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो जाने-अनजाने में ही कर्ज की दलदल में फंस जाते हैं और जब उसमें धंसने लगते हैं तो उन्हें अपने किए पर पछतावा होता है। यदि आप भी लोन या कर्ज से परेशान है तो नीचे लिखे मंत्र का विधि-विधान से जप करें।
ऋणहर्ता गणेश मंत्र

ऊँ श्री गणेश ऋणं छिन्धि वरेण्यं हुं नम: फट्

जप विधि

- सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करके भगवान गणेश का पूजन करें। उन्हें दुर्वा चढ़ाएं, धूप, दीप व नैवेद्य अर्पण करें।

- इसके बाद एकांत स्थान पर बैठकर पूर्व दिशा में मुखकर कुश के आसन पर बैठ जाएं।

- रुद्राक्ष अथवा पन्ना की माला से इस मंत्र का कम से कम 5 माला जप करें।

- एक ही समय, स्थान, आसन व माला हो तो ठीक रहता है।

कुछ ही दिनों में आपकी कर्ज संबंधी समस्याएं दूर हो जाएंगी और आपका जीवन फिर पहले जैसा सुखमय हो जाएगा।

रतिक्रिया: रात्रि का प्रथम प्रहर ही श्रेष्ठ क्यों?

सनातन धर्म में रतिक्रिया के संबंध में भी कई आवश्यक निर्देश दिए हैं। विवाह उपरांत रतिक्रिया को महत्वपूर्ण माना गया है। रतिक्रिया के माध्यम से ही संतान की उत्पत्ति होती है।

आपकी संतान कैसी होगी? यह रतिक्रिया का समय निर्धारित करता है। इस संबंध में धर्म शास्त्रों में उल्लेख है कि रात्रि का प्रथम प्रहर रतिक्रिया के लिए सर्वश्रेष्ठ है। ऐसा माना जाता है कि रात्रि के प्रथम पहर में कि गई रतिक्रिया से उत्पन्न होने वाली संतान को शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और वह संतान पूर्णत: धार्मिक, माता-पिता की आज्ञा का पालन करने वाली, भाग्यवान, दीर्घायु होती है।

मान्यता है कि प्रथम प्रहर के पश्चात राक्षस गण पृथ्वी भ्रमण पर निकलते हैं और उस दौरान की गई रतिक्रिया से उत्पन्न होने वाली संतान राक्षसों के समान ही गुण वाली होती है। वे संतान अति कामी, बुरे

गुणों वाली, माता-पिता का अनादर करने वाली, भाग्यहीन और बुरे व्यसनों में फंसने वाली होती हैं।

रात्रि का प्रथम प्रहर रात 12 बजे तक माना जाता है। वैदिक धर्म के अनुसार इसी समय को रतिक्रिया के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसके अतिरिक्त किसी अन्य समय में रतिक्रिया करने वाले युगल कई प्रकार के शारीरिक, मानसिक और आर्थिक दुख भोगते हैं। रात्रि 12 बजे के बाद रतिक्रिया करने से कई प्रकार की बीमारियां घेर लेती हैं। जैसे अनिंद्रा, मानसिक तनाव, थकान अन्य शारीरिक बीमारियां आदि। साथ ही उन्हें देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त नहीं होती।

घर पर झंडा लगाने से बढ़ता है सुख क्योंकि...


झंडे या ध्वजा को विजय और सकारात्मकता ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसीलिए पहले के जमाने में जब युद्ध में या किसी अन्य कार्य में  विजय प्राप्त होती थी तो ध्वजा फहराई जाती थी। वास्


तु के अनुसार भी झंडे को शुभता का प्रतीक माना गया है। माना जाता है कि घर पर ध्वजा लगाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश तो होता ही है साथ ही घर को बुरी नजर भी नहीं लगती है। लेकिन घर के उत्तर-पश्चिम कोने में यदि ध्वजा लगाई जाती है तो उसे वास्तु के दृष्टिकोण से बहुत अधिक शुभ माना जाता है।

वायव्य कोण यानी उत्तर पश्चिम में झंडा या ध्वजा वास्तु के अनुसार जरूर लगाना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उत्तर-पश्चिम कोण यानी वायव्य कोण में  राहु का निवास माना गया है। ज्योतिष के अनुसार  राहु को रोग, शोक व दोष का कारक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि घर के इस कोने में किसी भी तरह का वास्तुदोष हो या ना भी हो तब भी ध्वजा या झंडा लगाने से घर में रहने वाले सदस्यों के रोग, शोक व दोष का नाश होता है और घर की सुख व समृद्धि बढ़ती है।

चंद्र ग्रहण 15 को : व्यवसाय और नौकरी को नुकसान से बचाने के उपाय

15 जून को चंद्र ग्रहण होने वाला है। इस ग्रहण का असर सभी लोगों के कार्यक्षेत्र और बिजनेस पर पड़ेगा अगर इस ग्रहण पर अपने प्रोफेशन के अनुसार उपाय किए जाए तो बिजनेस और कार्यक्षेत्र में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं। जानिए आपको अपने प्रोफेशन और बिजनेस के अनुसार क्या उपाय करने चाहिए...

- सरकारी कर्मचारी, राजनेता, फॉरेस्ट विभाग, दवाई व्यापारी, सुनार, ठेकेदार या हृदय रोग के डॉक्टर, इन लोगों को अपने प्रोफेशन के  अनुसार इस ग्रहण पर तांबे के बर्तन में गेहूं भर के दान दें।

- अगर आप चांदी का बिजनेस करने वाले, मनोचिकित्सक, पानी से संबंधित व्यवसायी या उद्योग वाले, ट्रेवल एजेंट, प्लास्टिक व्यापारी, फूड प्रोडक्टस वाले, स्त्री रोग विशेषज्ञ, चावल, धान के व्यापारी है तो आपको इस ग्रहण पर शिवलिंग का गाय के कच्चे दूध से अभिषेक करना चाहिए। 

- प्रॅापर्टीज ब्रोकर, जेन्टस और लेडिस ब्यूटी पार्लर, वकील, कूक, ब्लड बैंक में काम करने वाले, सर्जन, धारदार वस्तुएं और हथियार बनाने वाले ग्रहण पर्व पर हनुमान मंदिर में तेल दीपक लगाएं।

- बीमा ऐजेन्ट, एकाउंटेंट, दलाल, कमीशन ऐजेन्ट, लेखक, प्रकाशक, अध्यापक, इंजीनियर, कोरियर सर्विस, बैंक कर्मचारीयों को इस ग्रहण पर गाय को हरी घास खिलाएं।

- बैंक, शिक्षा से जुड़ें लोग, जज, ज्योतिषी, धर्म शिक्षक, कंसल्टेंट्स, मैनेजमेंट का काम करने वाले लोग किसी मंदिर में पीले कपड़े में चने की दाल का दान दें।

- इलेक्ट्रॉनिक्स का काम करने वाले, फिल्म, टी.वी., नाटक और मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े लोग, फोटोग्राफर, विज्ञापन एजेन्सीज, ब्यूटी पार्लर, माडलिंग, फैशन व्यापार, फूलों के व्यापारी, आर्किटेक्ट, इत्र एवं सुगन्धित द्रव्य, सौंदर्य प्रसाधन के व्यवसायी या उद्योगपति आदि लोगों को मंदिर में सफेद कपड़े में चावल के साथ रूई और घी का दान देना चाहिए।

- रबर उद्योग, डेंटिस्ट, सफाई से सम्बंधित कार्य करने वाले, खेती के उपकरण बेचने वाले, पेट्रोलियम पदार्थों के व्यापारी, खनिज इंजीनियर, लेबर के ठेकेदार, धातु, खाद्य तेल आदि वस्तुओं के व्यवसायियों को हनुमान मंदिर, शनि देव या भैरव मंदिर में तेल का दीपक लगाना चाहिए।