कुंडली में सभी नौ ग्रह अलग-अलग राशियों में अपना विशेष अच्छा और बुरा प्रभाव देते हैं। कुंडली में बुध के शुभ और अशुभ प्रभाव उन क्षेत्रों से संबंधित होते हैं जिनका कारक बुध होता है। बुध को ज्योतिष में धन, व्यापार, बुद्धि और वाणी का कारक ग्रह माना गया है। जानिए आपकी कुंडली का बुध क्या असर डालता है आप पर..
मेष और वृश्चिक- कुंडली में मंगल की राशियों के साथ होने पर बुध व्यक्ति को आक्रामक बना देता है। ऐसे व्यक्ति के दोस्त स्वार्थी होते हैं। बुध के प्रभाव से ऐसे लोगों को त्वचा से संबंधित रोग हो जाते हैं। कभी कभी ऐसा व्यक्ति अतिभावुक हो जाता है।
वृष और तुला- शुक्र की इन राशियों में बुध के प्रभाव से व्यक्ति दिखावटी स्वभाव का होता है। विलासी जीवन जीने वाला और अपने काम एवं फायदे की परवाह नही करने वाला होता है।
मिथुन और कन्या- बुध का अपनी ही राशि में होने से व्यक्ति ज्यादा बोलने वाला और अपना स्वार्थ देखने वाला होता है। ऐसे व्यक्ति को खुद की तारीफ करना और सुनना बहुत अच्छा लगता है।
कर्क - चंद्रमा की राशि में बुध के होने से व्यक्ति दो या दो से अधिक कमाई के साधन वाला होता है। ऐसे लोगों को साथी से सहयोग नही मिलता है इसलिए इन्हे पार्टनरशीप में काम नही करना चाहिए।
सिंह- जिनकी कुंडली में बुध सिंह राशि में होता है उनको याददाश्त और आवाज से संबंधित विकार हो सकते हैं। ऐसे लोगों की बाजार में साख कम ही होती है। किसी भी बात पर ये लोग जल्दी ही घबराहट के शिकार हो जाते हैं।
धनु और मीन- गुरु की राशि में बुध के होने से ऐसे लोग खुद लाभ कमाने में कमजोर होते हैं लेकिन दुसरों की विशेष सहायता करते हैं।
मकर और कुम्भ- जिनकी कुंडली में इन राशियों में बुध होता है उनकी काबलियत का लाभ दूसरों को मिलता है। ऐसे लोगों का भाग्य कमजोर होता है। ऐसे लोगों के दोस्त अच्छी दोस्ती नही निभाते।
मेष और वृश्चिक- कुंडली में मंगल की राशियों के साथ होने पर बुध व्यक्ति को आक्रामक बना देता है। ऐसे व्यक्ति के दोस्त स्वार्थी होते हैं। बुध के प्रभाव से ऐसे लोगों को त्वचा से संबंधित रोग हो जाते हैं। कभी कभी ऐसा व्यक्ति अतिभावुक हो जाता है।
वृष और तुला- शुक्र की इन राशियों में बुध के प्रभाव से व्यक्ति दिखावटी स्वभाव का होता है। विलासी जीवन जीने वाला और अपने काम एवं फायदे की परवाह नही करने वाला होता है।
मिथुन और कन्या- बुध का अपनी ही राशि में होने से व्यक्ति ज्यादा बोलने वाला और अपना स्वार्थ देखने वाला होता है। ऐसे व्यक्ति को खुद की तारीफ करना और सुनना बहुत अच्छा लगता है।
कर्क - चंद्रमा की राशि में बुध के होने से व्यक्ति दो या दो से अधिक कमाई के साधन वाला होता है। ऐसे लोगों को साथी से सहयोग नही मिलता है इसलिए इन्हे पार्टनरशीप में काम नही करना चाहिए।
सिंह- जिनकी कुंडली में बुध सिंह राशि में होता है उनको याददाश्त और आवाज से संबंधित विकार हो सकते हैं। ऐसे लोगों की बाजार में साख कम ही होती है। किसी भी बात पर ये लोग जल्दी ही घबराहट के शिकार हो जाते हैं।
धनु और मीन- गुरु की राशि में बुध के होने से ऐसे लोग खुद लाभ कमाने में कमजोर होते हैं लेकिन दुसरों की विशेष सहायता करते हैं।
मकर और कुम्भ- जिनकी कुंडली में इन राशियों में बुध होता है उनकी काबलियत का लाभ दूसरों को मिलता है। ऐसे लोगों का भाग्य कमजोर होता है। ऐसे लोगों के दोस्त अच्छी दोस्ती नही निभाते।