संभावित विवाह काल कब और कैसे
प्राचीनकाल में विवाह बहुत छोटी आयु पैर ही हो जाते थे और साधारण विवाह आयु २० से २२ वर्ष मानी जाती थी था विलम्ब से विवाह आयु ३०-३२ मानी जाती थी . अब यह मापदंड परिवर्तित हो चुके हैं . सही विवाह समय जानने दे लिए योग्य ज्योतिषियों से उत्तर काल निकलवाना चाहिए .
जल्दी विवाह और देर से विवाह के ज्योतिष सूत्र
१. यदि लग्नेश व सप्तमेश का कोई स्थान या दृष्टि सबंध शुभ ग्रहों से हो विशेष रूप से गुरु ग्रह से तो जातक का विवाह छोटी उम्र (१८ से २० वेढ के अन्दर ) हो जाता है. २. यदि सप्तमेश और लग्नेश क्रमानुसार निकटवर्ती स्थानों में हो यानि स्थानों के बीच ४५ डिग्री से जायदा का फासला न हो तो ऐसे जातक का विवाह बचपन में १२ से १५ के अन्दर हो जाता है .
३. यदि लग्नेश बलशाली हो और दुसरे भाव में स्थिति हो तो ऐसे जातको का विवाह उनके ज्ञान बोध होने से पहले हो जाता था .
४. यदि किसी महिला जातक के चंद्रमा यदि उच्च का अंश का हो तो उसकी और पति की आयु में बड़ा फ़र्क रहता है.
५. यदि सप्तमेश वक्री हो तथा मंगल षष्ठ भाव में हो तो ऐसे जातक का विवाह ३६ वर्ष के उपरांत ही होता है.