Monday, June 27, 2011

सपने में सांई बाबा दर्शन दे तो समझ लें कि...

आज सांई बाबा सभी की आस्था के केंद्र हैं, इनके प्रति सभी भक्तों की अटूट श्रद्धा है। क्योंकि बाबा के दरबार में सभी की मनोकामनाएं बहुत ही पूरी हो जाती हैं। इसी वजह से शिर्डी में बाबा के मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। बाबा के दर्शनों के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ता है लेकिन कुछ भक्तों को सांई सपने में भी दर्शन देते हैं। जानिए यदि भक्त के सपने में सांई बाबा दर्शन दे तो इसके क्या फल प्राप्त होते हैं?

ज्योतिष के अनुसार सपनों में हमारे भविष्य से जुड़े कई रहस्य छुपे रहते हैं जिन्हें समझने की आवश्यकता होती है। सपने एक पहेली ही हैं जिनके उत्तर मिलने पर हम आने वाले कल में होने वाली घटनाओं की सही-सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पुराने समय से ही ऐसा माना जाता है कि देवी-देवता या कोई संत-महात्मा के दर्शनों से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार भगवान या सच्चे संत-महात्मा के दर्शन प्राप्त करने के लिए कई प्रकार के पुण्य कर्म करना होते हैं। जो इंसान पूरी तरह से निष्पाप होता है उसे देवी-देवताओं के दर्शन अवश्य ही प्राप्त होते हैं। सांई बाबा भी उनके भक्तों के लिए सभी देवी-देवताओं के समान ही हैं।

किसी व्यक्ति के सपने में यदि सांई बाबा प्रसन्न मुद्रा में दिखाई दे तो समझना चाहिए कि आपके सभी रुके हुए कार्य पूर्ण हो जाएंगे और खुशियां प्राप्त होंगी। बुरा समय दूर हो जाएगा। वहीं यदि बाबा क्रोध में दिखाई दे तो इसका मतलब यह है कि आपके साथ कुछ बुरा होने वाला या आपसे कोई पाप हो गया है और इसकी वजह से आपको कोई संकट झेलना पड़ सकता है।

कपड़े सुखाने का भी है खास तरीका, जिससे प्रसन्न होती हैं महालक्ष्मी

कपड़े सुखाने का भी है खास तरीका, जिससे प्रसन्न होती हैं महालक्ष्मी


घर में किए जाने वाले दिनभर के कार्यों का हमारे भविष्य से गहरा संबंध है। जिस प्रकार से ये कार्य किए जाते हैं उन्हीं से हमारे सुख और दुख जुड़े हुए हैं। सही तरीके से इन कार्यों को करने से सभी काम व्यवस्थित तो होते हैं साथ ही देवी-देवताओं की प्रसन्नता भी प्राप्त होती है। शास्त्रों में सभी कार्य करने के विशेष तरीके बताए गए हैं और इन्हें अपनाने पर निश्चित ही कई फायदे प्राप्त होते हैं। सभी के घरों में कई प्रकार के कार्य होते हैं जैसे खाना बनाना, बर्तन धोना, साफ-सफाई, कपड़े धोना और सुखाना आदि। इन कार्यों में कपड़े धोने और सुखाने के संबंध में भी कई टिप्स बताई गई हैं।

ज्योतिष में कपड़े सुखाने के संबंध में कई खास बातें बताई गई हैं जिन्हें अपनाने से हमारे घर की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। शास्त्रों के अनुसार नहाने के बाद गिले वस्त्र को ऊपर से उतारना चाहिए जब किसी नदी पर स्नान करने के बाद कपड़ों को ऊपर से नीचे की ओर उतारना चाहिए। भीगे हुए कपड़ों को चार परत करके निचोडऩा चाहिए। इसके बाद कपड़े सुखाते समय पूर्व से या उत्तर से दक्षिण की ओर सुखने के लिए फैलाना चाहिए। निचोड़े कपड़ों को कंधे पर नहीं रखना चाहिए। बिना कपड़ों के कभी स्नान न करें। इन उपायों को अपनाने से करने से धन की देवी महालक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और परिवार की आर्थिक समस्याओं को दूर करती हैं।


एक गिलास पानी से जगाएं अपना भाग्य

एक गिलास पानी से जगाएं अपना भाग्य
भाग्य या किस्मत ऐसे शब्द हैं जिन्हें हम सभी दिन में कई बार बोलते या सुनते हैं। काफी लोग अपनी असफलता का श्रेय भाग्य को देते हैं। यदि कर्म में मेहनत या ईमानदारी का अभाव हो तो निश्चित ही सफलता आपसे दूर ही रहती है लेकिन यदि कड़ी मेहनत और पूरी ईमानदारी के साथ कार्य करने के बाद भी निराशा हाथ लगती है तो कुछ अन्य उपाय करना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार कुंडली में ग्रहों की अशुभ स्थिति के कारण ही हमें परेशानियों और असफलताओं का सामना करना पड़ता है।

अशुभ प्रभाव देने वाले ग्रहों का उचित उपचार करने पर उनके बुरे फलों में कमी आती है। जिससे काफी हद तक मेहनत के बल पर हम उन्नति प्राप्त कर सकते हैं। यदि आपको भी जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो ज्योतिष शास्त्र में बताया गया यह उपाय अपनाएं-

प्रतिदिन रात को सोते समय एक बर्तन में पानी भरकर अपने सिर के पास रखें। ब्रह्म मुहूर्त में उठें और वह पानी घर के बाहर फेंक दें। इसके साथ ही प्रतिदिन शिवलिंग पर दूध और जल चढ़ाएं। किसी के प्रति मन में ईष्र्या भाव न रखें और ना ही किसी को दुख पहुंचाएं। कार्य पूरी ईमानदारी और मेहनत के साथ करें। ऐसा करने पर कुछ ही समय में भाग्य आपका साथ देने लगेगा और आपका जीवन सुखी तथा समृद्धिशाली हो जाएगा।

हाथों में कड़ा पहनें, हमेशा बीमारियों से रहेंगे दूर

असंयमित दिनचर्या के चलते मौसमी बीमारियों से लड़ पाना काफी मुश्किल हो गया है। जल्दी-जल्दी सफलताएं प्राप्त करने की धुन में कई लोग सही समय पर खाना भी खा पाते। जिससे शारीरिक कमजोरी बढ़ जाती है और वे लोग मौसम संबंधी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। इन सभी बीमारियों से बचने के लिए हाथों में कड़ा पहनना सटीक उपाय बताया गया है।

ज्योतिष में बीमारियों से बचने के लिए कई उपाय बताए गए हैं। यदि कोई व्यक्ति बार-बार बीमार होता है तो यह उपाय करें-


जो व्यक्ति बार-बार बीमार होता है उसके सीधे हाथ के नाप का कड़ा बनवाना है। कड़ा अष्टधातु का रहेगा। इसके लिए किसी भी मंगलवार को अष्टधातु का कड़ा बनवाएं। इसके बाद शनिवार को वह कड़ा लेकर आएं। शनिवार को ही किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर कड़े को बजरंग बली के चरणों में रख दें। अब हनुमान चालिसा का पाठ करें। इसके बार कड़े में हनुमानजी का थोड़ा सिंदूर लगाकर बीमार व्यक्ति स्वयं सीधे हाथ में पहन लें।

ध्यान रहे यह कड़ा हनुमानजी का आशीर्वाद स्वरूप है अत: अपनी पवित्रता पूरी तरह बनाए रखें। कोई भी अपवित्र कार्य कड़ा पहनकर न करें। अन्यथा कड़ा प्रभावहीन हो जाएगा।

कैसे बर्तन में खाना खाने से नहीं आती है गरीबी...

जीने के लिए सबसे जरूरी है खाना। भोजन के संबंध में ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। जिससे खाना शरीर को ऊर्जा तो प्रदान करता है साथ ही सभी देवी-देवताओं की कृपा भी प्राप्त कराता है।

वास्तु के अनुसार खाना कैसे बर्तनों में खाना चाहिए? इस संबंध में खास बातें बताई गई हैं। भोजन हमेशा एकदम साफ बर्तनों में ही खाना चाहिए। बर्तन पर किसी भी प्रकार की धूल या गंदगी नहीं होना चाहिए। बर्तन कहीं से टूटे-फूटे न हो। यदि किसी बर्तन में कोई स्क्रेच जैसा निशान हो तो उसे भी खाने के उपयोग में नहीं लेना चाहिए। तांबे के बर्तन से पानी पीना बहुत फायदेमंद होता है। इस पानी से पेट संबंधी कई छोटी-छोटी मौसमी बीमारियां हमेशा दूर ही रहती हैं।

ऐसे बर्तन भी भोजन के उपयोग में नहीं लेना चाहिए जिन पर नकारात्मक दृश्य वाली डिजाइन हो। वास्तु के अनुसार ऐसे बर्तनों में खाना खाने से हमारे विचार नेगेटिव बनते हैं। जिसका हमारे कार्य पर बुरा असर पड़ता है। वहीं ज्योतिष के अनुसार इस प्रकार के बर्तनों में खाना खाने से दरिद्रता बढ़ती है और धन संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती है। इसी वजह से एकदम साफ और अच्छे बर्तनों में ही खाना चाहिए।