कष्टमुक्ति के उपाय
१) प्रथम संतान (पुत्र) की नाल को सुखाकर अन्गुती में रखकर धारण करने से अथवा गल्ले या तिजोरी में रकने से धन सम्पति बढती है .
२) जो व्यक्ति सूती श्वेत वस्त्र धारण करके श्वेत उन से निर्मित आसन पैर उत्तर दिशा की ओर मुख करके लाल मुंगे की बनी माला से निमंलिखित मंतर का जाप करेगा वर्ष भर उसे धन का आभाव कभी नहीं रहेगा .
OM HIRM SHRIM KALIN KRON OM GHANTAKARN MAHAVIR
LUXMI PURAB PURY SUKHAM SOBHAGY KAROO KARO SVAHA
३ पीपल के पेड़ के निचे शाम को सात दीपक जलाकर सात बार परिकर्मा करें . उसके बाद सैट लड्डू काले कुते को खिलाएं . ऐसा करने से मन खुश रहता है और बनते कार्यों में व्यथा विलम्ब नहीं होता
४ पीपल की लकड़ी को स्टील के गिलास में रात को पानी भर कर रखे और सुबह उस पीपल के पेड़ के तने में डाले . दिम्माग तनाव रहित रहेगा और स्किन प्रॉब्लम भी नहीं होगी
स्मरण शक्ति बदने के लिए लाल हकिक (रत्न) धारण करना आश्चर्यजनक प्रभाव दीखता है .
५ पीलिया रोगी हो जाने पैर कांसे के कटोरे में सरसों का तेल भरकर सैट दीन तक रोगी को रोज दिखने से रोग दूर हो जाता है.
६ जिन पुरुषो का विवाह काफी आयु तक नहीं होता वे गुरुवार को कुम्हार के चक को घुमाने वाले डंडे की ले आयें .और उसी दिन घर में लीप पोतकर डंडे को लहंगा चुनरी पहनकर उसको सिंदूर] महावर आदि लगाकर दुल्हन के रूप में एक कोने में खड़ा करके गुड चावल से पूजे. कुम्हार जितनी अधिक गली देगा कोसेगा उतना जल्दी शीघ्र विवाह होगा.
७ किसी विशेष कार्य पैर जाने से पहले चुटी भर नमक अपने दरवाजे पैर गिराकर कार्य पर जाये या देसी घी के दीपक में एक इलायची डालकर दुर्गा के समक्ष लगा दे .