Monday, April 4, 2011

हिन्दू नववर्ष: ग्रहों की चाल के अनुसार कैसा रहेगा यह वर्ष!


आज चैत्र प्रतिपदा से हिन्दू नववर्ष शुरू हो रहा है। आपके बदलते सितारे इस नव वर्ष पर क्या कहते है? आपकी राशि के लिए जानिए 20 मार्च 2011 से 08 मार्च 2012 तक का रशिफल...
मेष- वर्ष के पहले माह में आप अपने संचित धन को व्यवसायिक विस्तार के लिये प्रयोग करेंगे। नौकरी में बदलाव का विचार बना सकते है। गुप्त शत्रुओं के कारण धन हानि हो सकती है। छोटी व्यवसायिक यात्राएं स्थगित हो सकती है। विदेश स्थानों से लाभ प्राप्ति के योग बन रहे है। भूमि-भवन से संबंधित विषयों के क्रय-विक्रय से लाभ प्राप्त कर सकते है। प्रेम संबंधों में भाग्य का सहयोग रहेगा। प्रेम संबंधों में आपकी सहभागिता बढेगी। मित्र साथी पर आपके व्यय बढ़ सकते है।

वृष- आपको परिवार में सज्जनों के संपर्क में आने के अवसर प्राप्त होंगे। कोई अप्रिय सूचना आपको मानसिक अस्थिरता दे सकता है। विदेश स्थानों से आय के योग बनने के कारण आपके संचय में वृद्धि होगी। बढ़ते हुए पारिवारिक मतभेद भी स्वास्थ्य सुख में कमी कर सकते है। लाभ क्षेत्र में अत्यधिक उतार-चढ़ाव आने के योग बन रहे है। वाणी में क्रोध का भाव आपकी मानसिक अस्थिरता को प्रभावित कर सकता है। निराशा से बचें। इस समय में स्वास्थ्य के प्रति अपनी जागरुक रहें। स्वास्थ्य सुख को बनाए रखा जा सकता है। वरिष्ठजनों का मार्गदर्शन लेकर चलने से कार्यों में भाग्य का सहयोग मिलना आरम्भ हो जायेगा।

मिथुन- पद वृद्धि होने की संभावनाएं बन रही है। विदेश यात्रा के योग बन रहे है। अधिनस्थों के सहयोग से आपके स्वभाव में उत्साह का भाव देखा जा सकता है। मित्र आपके परिवार के कार्यों में मदद कर सकते हैं। दांपत्य जीवन की सभी बाधाएं दूर होकर, स्थिति आपके अनुकू ल होने की संभावना बन रही है। परिवार का सहयोग भी आपके साथ रहेगा। प्रेम संबन्धों के लिये विपरीत समय है। कार्यों की अधिकता के कारण प्रेम विषयों के लिये समय कम मिल सकता है। आपका जीवन साथी भी आपकी सफलता और खुशी में अपना योगदान देगा।

कर्क- दांपत्य जीवन में भी कुछ मनमुटाव की स्थिति बन सकती है। धन ऋण पर देने के लिये समय अभी अनुकुल नहीं है। समय नौकरी में बदलाव के विचार मन में आते रहेंगे। व्यवसायिक कार्यों में अपनी एकाग्रता बढाएं। भाग्य का सहयोग प्राप्त न होने के कारण आप की सोच अल्प समय के लिये नकारात्मक हो सकती है। स्वयं को रुचिकर कार्यों में लगाए रखने से इस संबंध में लाभ प्राप्त होगें। आपके मित्र साथी की पहल करने की योग्यता से आपके कई कार्य पूरे होने के योग बन रहे है।

सिंह- परिवार के साथ संबंध खराब हो सकते है। इसके साथ ही आत्मविश्वास की स्थिति भी आपके लिये शुभ बनी हुई है। दैनिक जीवन के कार्यों को लेकर ग्रहस्थ जीवन में मनमुटाव की स्थिति बनी रहने की संभावनाएं है। कार्यों के प्रति आपका सकारात्मक दृष्टिकोण बाधाओं में कमी करेगा। प्रयास, परिश्रम, विवेक का उपयोग सार्थक रहेगा। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। माता के प्रति अपने व्यवहार को बदलने का प्रयास करें।

कन्या- आप अपने कार्यक्षेत्र का विस्तार कर सकते है। बड़ी योजनाओं पर कार्य आरम्भ हो सकता है। इससे योजनाओं के लाभ कुछ समय के लिये रुके सकते है। दुर्घटना, चोट से सावधानी बरतें. इस समय में आपके पिता का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। व्यवसायिक यात्राओं के योग आपको थकावट का अनुभव करा सकते है। आपकी व्यस्तता व्यवसायिक क्षेत्र में अधिक होने के कारण आप मित्र साथी के लिये समय कम निकाल पाएंगें। यात्राएं करते हुए सावधानी रखें। संचित धन से आप विदेश यात्राएं करने का कार्यक्रम बना सकते है।

तुला- कार्यों को पूरा करने के लिये आपमें इस समय जोश-उत्साह व पराक्रम का भाव बना हुआ है, पहल करने से अपने व्यवसायिक लक्ष्यों को प्राप्त कर पाएंगे। कार्यों के लिये विदेश यात्राएं कर सकते है। आप अपने व्यवसायिक क्षेत्र की बाधाओं में कमी कर सकते है। इसके अलावा पदोन्नती व सम्मान प्राप्ति के योग भी बने हुए है। आप व्यवसायिक भूमि- भवन के विषयों में धन विनियोजन करने से बचें। इनमें हानि के योग बने हुए है। साझेदारी क्षेत्रों से लाभ प्राप्ति की संभावनाएं बनी हुई है। अंतिम समय में सहयोगियों, उच्चाधिकारियों का सहयोग पूर्णत: आपके साथ रहेगा।

वृश्चिक- स्वास्थ्य उत्तम रहने के योग बने रहे है। प्रतियोगियों की प्रशासनिक कुशलता व उनका बढ़ा हुआ आत्मविश्वास आपके लिये परेशानी का कारण बन सकता है। अपने ज्ञान व अपने धन साधनों का कुशलता के साथ प्रयोग करने पर आप दीर्घकाल तक लाभ प्राप्त कर सकते है। व्यवसायिक व्यस्तता के कारण आप प्रेम विषयों के लिये समय नहीं निकाल पाएंगे। शत्रु पक्ष भी आप की खुशी में कमी करने की कोशिश कर सकते हैं। जोश, उत्साह का भाव बनाए रखने से आपके लिये सफलता के नए मार्ग खुल सकते है। साहस में कमी करना इस समय में अनुकूल नहीं रहेगा।

धनु- निर्णयों में दुविधा की स्थिति रहने की संभावना बन रही है। आपके अहं का भाव आने से कष्ट बढ़ सकते हैं। मनमुटाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। मित्रों के साथ आपके संबन्ध स्नेह पूर्ण नहीं रहेंगे। यह स्थिति आपके कारण उत्पन्न होगी। जो वर्ष के अन्त में जाकर सामान्य हो जायेगी। अपने जीवन साथी को समझाने के स्थान पर उसकी भावनाओं, विचारों को समझने का प्रयास करके देखें। जिम्मेदारियों को कुशलता से निभाने की चिंता में आप आराम में कमी करेगें। जिसके कारण आपमें ऊर्जा शक्ति की कमी हो सकती है। साहस, जोश, उत्साह की कमी के योग बने हुए हैं। विदेश स्थानों से आय के उत्तम योग हैं।

मकर- आत्मविश्वास में अनिश्चितता की स्थिति रहेगी। इसके फलस्वरूप आपकी आय के क्षेत्र प्रभावित हो सकते है। व्यवसायिक कार्यों के लिए विदेश गमन कर सकते है तथा इसके अंत में सभी क्षेत्रों में अपनी कोशिशों को बढ़ाने की आवश्यकता है। मानसिक दबाव कम होगा तथा स्वास्थ्य सुख में वृद्धि होगी। उच्चपद पाने के लिये आप अपने संबन्धों का लाभ उठा सकते है। आत्मविश्वास में कमी को दूर कर अपने लक्ष्यों के लिये प्रयासरत रहना हितकारी रहेगा। मित्रता प्रेम संबन्धों में बदल सकती है तथा सुख-साधनों में समय बिताने के लिये समय आपके पक्ष है।



कुंभ- परिवार में कोई शुभ खबर आने के फलस्वरुप हर्ष का माहौल रहेगा। फिर भी आप को संतान के बदलते स्वभाव से चिन्ताएं रहेगी। आपमें आत्मविश्वास बना रहेगा परन्तु संबंधित क्षेत्रों में जानकारी व ज्ञान की कमी की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। निर्णयों में जल्दबाजी होने के कारण धन हानि के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी प्रभावित हो सकती है। वाणी दोषों से बच के रहना चाहिए। शब्दों का प्रयोग सावधानी के साथ करना हितकारी रहेगा। इससे अन्यथा आपकी परेशानियां बढ़ सकती है। प्रेम संबन्ध बनते-बिगड़ते रहेगें। आपके मित्र साथी का सहयोग आपके व्यवसायिक लाभों में वृद्धि कर सकता है।

मीन- आराम में कमी थकावट का कारण बन सकती है। जीवन साथी के स्वभाव में हठ व जिद की स्थिति से भी आपकी चिन्ताओं में बढ़ोतरी हो सकती है। माता से बिगड़ते संबंध आपकी मानसिक चिंताओं में वृद्धि कर आपको चिन्ताग्रस्त कर सकते है। प्रेम विषयों के कारण आपके व्ययों का विस्तार होगा। प्रेम विषयों के प्रति आपका व्यवहार सकारात्मक बना हुआ है। विदेशी स्थानों की योजनाओं पर धन विनियोजन के लिए समय अभी अनुकूल नहीं है। आपको आजीविका क्षेत्र में बेवजह वाद-विवाद की स्थिति से बचना उचित रहेगा। व्यवसायिक क्षेत्रों में वैचारिक मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसे शीघ्र दूर करने के लिये प्रयासरत रहें। अन्यथा नौकरी में बदलाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।