Saturday, July 9, 2011

जन्म के महीने से जानिए स्त्री का स्वभाव और भविष्य...

ज्योतिष के माध्यम से किसी भी व्यक्ति का स्वभाव और भविष्य मालुम किया जा सकता है। किसी के भी जन्म का समय, दिन, वार, महीना आदि हर बात का गहरा महत्व होता है। हिंदी कैलेंडर के पंचांग के अलग-अलग मास में जन्म लेने वाले इंसान का स्वभाव भी अलग ही होता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्त्रियों का स्वभाव उनके जन्म के मास से भी जाना जा सकता है।

चैत्र मास: चैत्र मास में जन्म लेने वाली स्त्री वक्ता, होशियार, क्रोधी स्वभाव वाली, सुंदर आंखों वाली, सुंदर रूप- गोरे रंग वाली, धनवान, पुत्रवती और सभी सुखों को पाने वाली होती है।

वैशाख मास:वैशाख मास में जन्म लेने वाली स्त्री श्रेष्ठ पतिव्रता, कोमल स्वभाव वाली, सुंदर हृदय, बड़े नेत्रों वाली, धनवान, क्रोध करने वाली तथा मितव्ययी होती है।

ज्येष्ठ मास: ज्येष्ठ मास में पैदा होने वाली स्त्री बुद्धिमान और धनवान, तीर्थ स्थानों को जाने वाली, कार्यों में कुशल और अपने पति की प्यारी होती है।

आषाढ़ मास:आषाढ़ मास में उत्पन्न स्त्री संतानवान, धन से हीन, सुख भोगने वाली, सरल और पति की दुलारी होती है।

श्रावण मास: श्रावण मास में जन्म लेने वाली पवित्र , मोटे शरीर वाली, क्षमा करने वाली, सुंदर तथा धर्मयुक्त और सुखों को पाने वाली होती है।

भाद्र मास: भाद्र मास में जन्म लेने वाली कोमल, धन पुत्रवाली, सुखी घर की वस्तुओं की देखभाल करने वाली, हमेशा प्रसन्न रहने वाली, सुशीला और मीठा बोलने वाली होती है।

आश्विन मास:आश्विन मास में जन्म लेने वाली स्त्री सुखी, धनी, शुद्ध हृदय गुण और रूपवती होती है, कार्यों में कुशल तथा अधिक कार्य करने वाली होती है।

कार्तिक मास:कार्तिक मास में जन्म लेने वाली स्त्री कुटिल स्वभाव की, चतुर, झूठ बोलने वाली, क्रूर और धन सुख वाली होती है।

मागशीर्ष मास:मागशीर्ष में जन्म लेने वाली पवित्र , मीठे वचनों वाली, दया, दान, धन, धर्म करने वाली, कार्य में कुशल और रक्षा करने वाली होती है।

पौष मास: पौष मास में जन्म लेने वाली स्त्री पुरुष के समान स्वभाव वाली, पति से विमुख, समाज में गर्व तथा क्रोध रखने वाली होती है।

माघ मास:माघ मास में जन्म लेने वाली स्त्री धनी, सौभाग्यवान, बुद्धिमान संतान से युक्त तथा कटु पर सत्य वचन बोलने वाली होती है।

फाल्गुन मास:फाल्गुन मास में जन्म लेने वाली स्त्री सर्वगुणसंपन्न, ऐश्वर्यशाली, सुखी और संताति वाली तीर्थ यात्रा पर जाने वाली तथा कल्याण करने वाली होती है।

ज्योतिष की सलाह: क्या-क्या करना चाहिए रविवार को...

यदि आप अपने कार्य क्षेत्र में, परिवार में, समाज में यश और मान-सम्मान बढ़ाना चाहते हैं तो आपको सूर्य की आराधना करनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य मान-सम्मान और यश प्रदान करने वाला ग्रह है। यदि आपके मान-सम्मान में कोई कमी आ रही है, आपको बहुत मेहनत करने के बाद भी यश प्राप्त नहीं हो रहा है तो इसका मतलब यही है कि सूर्य आपके पक्ष में नहीं है। यदि सूर्य अशुभ फल देने वाला है तो आपको बहुत परिश्रम और लगन से कार्य करने के बाद भी अपयश ही प्राप्त होगा। लोग आपकी हमेशा निंदा करेंगे। इनसे बचने के लिए और यदि सूर्य आपके के लिए अशुभ है तो सूर्य के दिन रविवार को विशेष उपाय करें:

- प्रतिदिन सबसे पहले नित्य क्रियाएं से निवृत्त होकर नहाने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं।

- सूर्य को जल चढ़ाते समय गायत्री मंत्र या सूर्य मंत्र (ऊँ भास्कराय नम:, ऊँ सूर्याय नम:, ऊँ आदित्याय नम:, ऊँ दिवाकराय नम: आदि) का जप करें।

- सूर्य के निमित्त रविवार का व्रत रखें।

- रविवार को नमक से परहेज करें।

- कम से कम 11 रविवार केवल दही और चावल का सेवन करें।

- रविवार को बहते जल में तांबे का सिक्का प्रवाहित करें।

- सूर्य के अशुभ होने पर व्यक्ति को अपने साथ तांबे का सिक्का रखना चाहिए।

- रविवार गाय को गुड़ खिलाना चाहिए।

- 21 रविवार श्री गणेश को रक्त पुष्प चढ़ाएं।

- सूर्य से संबंधित वस्तुएं दान या उपहार में ना लें।

- ज्योतिष परामर्शदाता से अपनी जन्म कुंडली दिखाकर भी सलाह-मशविरा अवश्य करें।