जीवन में शक्ति और सिद्धि की कामना को
पूरी करने के लिए श्री हनुमान उपासना अचूक मानी जाती है। दरअसल, श्री
हनुमान व उनका चरित्र जीवन में संकल्प, बल, ऊर्जा, बुद्धि, चरित्र शुद्धि,
समर्पण, शौर्य, पराक्रम, दृढ़ता के साथ जीवन
में हर चुनौतियों या कठिनाईयों
का सामना करने व उनसे पार पाने की अद्भुत प्रेरणा है।
श्री हनुमान चिरंजीवी भी माने जाते हैं। ऐसी अद्भुत शक्तियों व गुणों के स्वामी होने से ही वे जाग्रत देवता के रूप में पूजनीय हैं। इसलिए किसी भी वक्त हनुमान की भक्ति संकटमोचन करने के साथ ही तन, मन व धन से संपन्न बनाने वाली मानी गई है।
वर्ष के पहले दिन और सालभर यहां बताए जा रहे विशेष हनुमान मंत्र का स्मरण चुस्त व संकटमुक्त रहने की ऐसी कामनासिद्धि कर बहुत ही मंगलकारी साबित होगा -
- स्नान के बाद श्री हनुमान की पंचोपचार पूजा यानी सिंदूर, गंध, अक्षत, फूल, नैवेद्य चढ़ाकर करें।
- गुग्गल धूप व दीप जलाकर नीचे लिखा हनुमान मंत्र लाल आसन पर बैठ साल और जीवन को सफल व पीड़ामुक्त बनाने की इच्छा से बोलें और अंत में श्री हनुमान की आरती करें -
ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय
प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।।
श्री हनुमान चिरंजीवी भी माने जाते हैं। ऐसी अद्भुत शक्तियों व गुणों के स्वामी होने से ही वे जाग्रत देवता के रूप में पूजनीय हैं। इसलिए किसी भी वक्त हनुमान की भक्ति संकटमोचन करने के साथ ही तन, मन व धन से संपन्न बनाने वाली मानी गई है।
वर्ष के पहले दिन और सालभर यहां बताए जा रहे विशेष हनुमान मंत्र का स्मरण चुस्त व संकटमुक्त रहने की ऐसी कामनासिद्धि कर बहुत ही मंगलकारी साबित होगा -
- स्नान के बाद श्री हनुमान की पंचोपचार पूजा यानी सिंदूर, गंध, अक्षत, फूल, नैवेद्य चढ़ाकर करें।
- गुग्गल धूप व दीप जलाकर नीचे लिखा हनुमान मंत्र लाल आसन पर बैठ साल और जीवन को सफल व पीड़ामुक्त बनाने की इच्छा से बोलें और अंत में श्री हनुमान की आरती करें -
ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय
प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।।
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