Saturday, July 16, 2011

यदि आपका सिर, आंखें, होंठ या गाल फड़फड़ाए तो समझ लें कि...

कई बार हमारे शरीर के अंग फड़कते हैं तो इस संबंध में भी ज्योतिष में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं। शकुन-अपशकुन की मान्यताओं के आधार ही ज्योतिष में अंगों के फड़कने के संकेत दिए गए हैं। पुरुषों के दाएं अंग फड़कना शुभ माना जाता है जबकि स्त्रियों के बाएं अंग फड़के तो शुभ रहता है।

ज्योतिष के अनुसार सिर के अलग-अलग हिस्सों के फड़कने का अर्थ अलग होता है जैसे- मस्तक या सिर फड़कने से भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। कनपटी फड़के तो इच्छाएं पूर्ण होती हैं। दाहिनी आंख व भौंह फड़के तो कोई खास मनोकामना पूर्ण होती है। दोनों गाल यदि फड़के तो धन की प्राप्ति होती है। यदि होंठ फड़के तो किसी मित्र का आगमन होता है। मुंह का फड़कना पुत्र की ओर से शुभ समाचार का सूचक होता है। यदि लगातार बांई पलक फडफ़ड़ाए तो शारीरिक कष्ट होता है।

भविष्य में होने वाली घटनाओं के संबंध में अंदाजा लगाने के लिए ज्योतिष में कई छोटी-बड़ी घटनाएं बताई गई हैं जिनसे हमें इशारा मिल जाता है कि आने वाले कल में क्या होगा। इन्हें ही शकुन या अपशकुन कहा जाता है।

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