शुक्र का कुंङली में अच्छे स्थान पर होना ग्लैमर, वैभव और सुख देता है। शुक्र अगर अच्छे स्थान पर न हो तो आदमी को इन सभी का सुख नहीं मिलता। आज सभी अपनी जिंदगी में सारे सुख-साधन और सुविधाएं चाहते हैं।
शुक्र ऐसा ग्रह है जिसको सब अपनी पत्रिका में अनुकूल चाहते हैं। शुक्र वैभव, पत्नी, अच्छी संतान, ग्लैमर, सुख का दाता है लेकिन यदि शुक्र जन्म पत्रिका में असामान्य हो तो जातक इन सब से वंचित हो जाता है।
शुक्र यदि शुक्र के साथ युति करता हो तो उसको केवल अपनी ही स्त्री से लाभ होता हैं। अन्य स्त्री चाहे वह स्वच्छंद स्वभाव की क्यों न हो, उस पर नजर डालने से जातक को मानहानि का सामना करना पडता हैं।
केवल सदाचरण ही उसे सम्मान दिलाता हैं। शुक्र शत्रु या नीच राशि में स्थित हो जाए तो जातक को सम्मान की प्राप्ति नहीं होती। उसके किए कार्यो को भी रिस्पांस नहीं मिलता चाहे वह कितना भी अच्छा हो या मेहनत से किया गया हो।
शुक्र की अनुकूलता के लिए क्या करें?
- सबसे सामान्य व्यवहार करें।
- सदाचार का पालन करें।
- शुक्र का दान करें।
- सफेद वस्त्रों का ज्यादा उपयोग करें।
- गाय छोड़कर कोई जानवर घर में न पालें।
शुक्र ऐसा ग्रह है जिसको सब अपनी पत्रिका में अनुकूल चाहते हैं। शुक्र वैभव, पत्नी, अच्छी संतान, ग्लैमर, सुख का दाता है लेकिन यदि शुक्र जन्म पत्रिका में असामान्य हो तो जातक इन सब से वंचित हो जाता है।
शुक्र यदि शुक्र के साथ युति करता हो तो उसको केवल अपनी ही स्त्री से लाभ होता हैं। अन्य स्त्री चाहे वह स्वच्छंद स्वभाव की क्यों न हो, उस पर नजर डालने से जातक को मानहानि का सामना करना पडता हैं।
केवल सदाचरण ही उसे सम्मान दिलाता हैं। शुक्र शत्रु या नीच राशि में स्थित हो जाए तो जातक को सम्मान की प्राप्ति नहीं होती। उसके किए कार्यो को भी रिस्पांस नहीं मिलता चाहे वह कितना भी अच्छा हो या मेहनत से किया गया हो।
शुक्र की अनुकूलता के लिए क्या करें?
- सबसे सामान्य व्यवहार करें।
- सदाचार का पालन करें।
- शुक्र का दान करें।
- सफेद वस्त्रों का ज्यादा उपयोग करें।
- गाय छोड़कर कोई जानवर घर में न पालें।
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