🌺🌹 वास्तु में पंचतत्व का महत्व ।🌹🌺 भवन-निमाँण में भी पंचतत्व का बहोत महत्व है । और वो है पुथ्वी , जल , वायू ,अग्नि ,आकाश 🌼🍀 भवन -निमाँण में उन्ही पंचतत्वों का ऊचित समावेश ही ऊसमें निवास करनेवाले मनष्य के जिवन में सुख एवं मानसिक शान्ति की वृध्दी करता है । अगर ए पंचतत्व का समावेश ऊचित पकार भवन में नही किया तो भवन में रहनेवाले मनुष्य के जिवनमें अशान्त एंव ऊथल-पाथल जरूर से होता है । और वास्तु का शिकार हो जाता है । 🍁🌼 हमारा शरीर पंचतत्व का बना हूआ है । अगर हमारे शरीर का संतुलन पंचतत्व से बिगड गया तो मनुष्य रोगगस्त ( बिमारी ) से भरपूर हो जाता है । जैसे भवन में अग्नितत्व का संतुलन बीगड जाता है तो रोगगस्त बीमार हो जाता है । जैसे एसिडिटी , हाई बल्ड पेशर जैसे रोग होता है 🇧🇴 पृथ्वीतत्व में पथरी जैसा रोग होता है ईसलिए भवन में निवास करते पहेले ए सोचना जरूरि है के इस भवन में पंचतत्व सही है ।अगर सही है तो ठीक है । नही है तो वास्तु दोष भवन में दूर करके रहना चाहिए । अगर वास्तु का पालन नही करोगे तो कल भवनमें रहने वाले मनुष्य बिमारी का शिकार हो जाता है ।
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