वर्तमान समय में समय पर विवाह न हो
पाना एक आम समस्या बन चुकी है। इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे-जैसे विवाह
योग्य युवक-युवती की उम्र बढ़ती जाती है। माता-पिता की चिंता भी बढ़ती जाती
है। इस समस्या के निदान के लिए यदि नीचे लिखा छोटा सा उपाय किया जाए तो
अतिशीघ्र विवाह हो जाता है। उपाय इस प्रकार है-
उपाय
विवाह योग्य युवक-युवती शुक्रवार के दिन भगवान शंकर के मंदिर में जाकर जलाभिषेक करें यानी जल चढ़ाएं। इसके बाद 108 आंकड़े के फूल चढ़ाते हुए ऊँ नम: शिवाय: मंत्र का जप मन ही मन में करें। इसके बाद 21 बेलपत्र चढ़ा कर शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। यह उपाय कम से कम 7 शुक्रवार तक नियमित रूप से करें तो जल्दी ही विवाह संपन्न हो जाता है।
यदि आप चाहती हैं कि आपको मनचाहा पति मिले तो इसके लिए आपको रामचरित मानस की नीचे लिखी चौपाई का विधि-विधान से जप करना होगा। रामचरितमानस में तुलसीदासजी ने ऐसी कई चौपाइयां लिखी हैं जिनका जप करने से मनुष्य की कई परेशानियां समाप्त हो जाती हैं। उन्हीं में से एक चौपाई यह भी है, जिसका जप करने से मनचाहा वर प्राप्त होता है। यह चौपाई बालकाण्ड में सीताजी के गौरी पूजन प्रसंग की है।
चौपाई
सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।।
जप विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि नित्य कर्म करने के बाद माता पार्वती का विधि-विधान से पूजन करें।
- इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें।
- तत्पश्चात रुद्राक्ष की माला से ऊपर लिखी चौपाई का जप करें। कम से कम 5 माला जप अवश्य करें।
- इस प्रकार प्रतिदिन इस चौपाई का जप करने से मनचाहा वर प्राप्त होता है।
उपाय
विवाह योग्य युवक-युवती शुक्रवार के दिन भगवान शंकर के मंदिर में जाकर जलाभिषेक करें यानी जल चढ़ाएं। इसके बाद 108 आंकड़े के फूल चढ़ाते हुए ऊँ नम: शिवाय: मंत्र का जप मन ही मन में करें। इसके बाद 21 बेलपत्र चढ़ा कर शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। यह उपाय कम से कम 7 शुक्रवार तक नियमित रूप से करें तो जल्दी ही विवाह संपन्न हो जाता है।
यदि आप चाहती हैं कि आपको मनचाहा पति मिले तो इसके लिए आपको रामचरित मानस की नीचे लिखी चौपाई का विधि-विधान से जप करना होगा। रामचरितमानस में तुलसीदासजी ने ऐसी कई चौपाइयां लिखी हैं जिनका जप करने से मनुष्य की कई परेशानियां समाप्त हो जाती हैं। उन्हीं में से एक चौपाई यह भी है, जिसका जप करने से मनचाहा वर प्राप्त होता है। यह चौपाई बालकाण्ड में सीताजी के गौरी पूजन प्रसंग की है।
चौपाई
सुनु सिय सत्य असीस हमारी। पूजिहि मन कामना तुम्हारी।।
जप विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि नित्य कर्म करने के बाद माता पार्वती का विधि-विधान से पूजन करें।
- इसके बाद पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें।
- तत्पश्चात रुद्राक्ष की माला से ऊपर लिखी चौपाई का जप करें। कम से कम 5 माला जप अवश्य करें।
- इस प्रकार प्रतिदिन इस चौपाई का जप करने से मनचाहा वर प्राप्त होता है।
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