Saturday, August 13, 2011

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदला जा सकता है...यह रहे अचूक उपाय

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदला जा सकता है...यह रहे अचूक उपाय


आमतौर पर यह मान्यता है कि शनिदेव बड़े ही निर्दयी स्वभाव के देवता हैं। लेकिन ऐसी मान्यता बड़ी ही सतही और भ्रामक है। अगर ज्योतिष की ही माने तो शनिदेव निर्दयी नहीं बल्कि बेहद न्यायप्रिय और जैसे के साथ तैसा करने वाले हैं। यह किसी भी व्यक्ति की उसके कर्मफलों और स्वभाव के अनुसार फल देने वाले न्यायप्रिय देवता हैं। यदि कोई इंसान मेहनती ईंमानदार और सच्चाई के रास्ते पर चलने वाला है तो शनिदेव उसको आश्चर्यजनक सफलता दिलाने में भरपूर मदद भी करते हैं, या यूं कहें कि योग्य व्यक्ति को शून्य से शिखर तक पहुंचाने में शनिदेव का भरपूर सहयोग मिलता है। लेकिन पिछले कुछ अज्ञात गलत कर्मों के कारण यदि शनिदेव का प्रभाव हमारे जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा हो तो उसे भी नीचे दिये गए अचूक उपायों से समाप्त किया जा सकता है...

- पिछले कर्मों के अच्छे-बुरे परिणामों की फ्रिक छोड़कर निष्काम भाव से सच्चे और न्यायप्रिय कर्म करें।

- प्रतिदिन सूर्योदय के समय गायत्री जप और ध्यान करें, लेकिन मन में किसी फल की आशा न रखें सिर्फ सद्बुद्धि की ही कामना रखें।

- माता-पिता यथा संभव प्रशन्न रखें इससे आपका बुरा प्रारब्ध भी समाप्त होने लगेगा।

- किसी का दिल न दुखाएं बद्दुआओं से सदा बच कर रहें।

- हर मंगलवान और शनिवार को शुन्दरकांड का पाठ करें और प्रतिदिन स्नान करने के बाद हनुमान चालीसा और गायत्री चालीसा का पाठ करें।

- प्रतिदिन 1-माला गायत्री मंत्र का जप और उगते हुए सूर्यदेव का ध्यान करें।

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